Saturday, October 18, 2014

सुबह- दो मनः स्थितियाँ

एक सुबह
उस दिन हुई थी
जब तुम मेरे साथ थी

एक सुबह
आज हुई है जब
तुम मेरे साथ नहीं हो

सुबह तो वही है
सूरज भी वही है
लेकिन मनः स्थिति वह नहीं है

उस सुबह
होठों पर हँसी थी
जब तुम मेरे साथ थी

आज सुबह
आँखों में पानी है
जब तुम मेरे साथ नहीं हो

मेरा मन समझता है
दोनों में कितना
अन्तर है।

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