Tuesday, February 12, 2013

मेरी चाँद चकोरी।





मेरी नन्ही सी पोती
घर में रौनक लाई,
मैंने जब प्यार किया
वो थोड़ी मुस्काई।

भूख लगी तो रोने लगी
उसको दूध पिलाया,
दादीजी  फिर लेकर आई
मेरी गोदी  सुलाया। 

मैंने चन्दा को डांट लागाई
छोड़ो सपनों की पहरेदारी,
जाकर निंदिया को लाओ
सोएगी मेरी राजदुलारी।

चन्दा  लाया निंदियाँ को
गाने लगा खुद लोरी,
मीठे सपनों में खो गयी
मेरी चाँद चकोरी।



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